बिहार में युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर देने के लिए राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं, जिनमें से रोजगार मेला एक महत्वपूर्ण कदम है। इसका उद्देश्य खासतौर पर उन युवाओं को रोज़गार उपलब्ध कराना है, जो किसी विशेष कौशल में पारंगत नहीं हैं या जिन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं की है। इसी कड़ी में बिहार कौशल विकास मिशन के संकल्प योजना के अंतर्गत 22 और 23 नवंबर को दरभंगा के लहेरियासराय स्थित नेहरू स्टेडियम में दो दिवसीय नियोजन सह मार्गदर्शन मेले का आयोजन किया जा रहा है।
Table of Contents
विवरण
क्रम संख्या | विवरण | विवरण विवरण |
---|---|---|
1. | कार्यक्रम का नाम | नियोजन सह मार्गदर्शन मेला |
2. | आयोजन स्थल | नेहरू स्टेडियम, लहेरियासराय, दरभंगा |
3. | आयोजन तिथि | 22 और 23 नवंबर |
4. | योजना के अंतर्गत | संकल्प योजना, बिहार कौशल विकास मिशन |
5. | मुख्य अतिथि | श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह |
6. | नियोजकों की संख्या | 36 |
7. | विभागीय स्टॉल | 8 |
8. | कुल रिक्तियाँ | लगभग 2000 |
9. | वेतन सीमा | ₹10,000 से ₹35,000 मासिक |
10. | लाभार्थी | कम पढ़े-लिखे एवं अल्प कुशल युवा |
11. | पिछले 5 वर्षों में नियोजन मेले से रोजगार प्राप्त | 3000 से अधिक युवा |
12. | रिकॉर्ड रोजगार वर्ष | 2023 (1268 युवा) |
13. | लोकल कंपनियों की भागीदारी | हाँ |
14. | प्रचार माध्यम | कॉलेजों, विश्वविद्यालयों एवं कुशल युवा कार्यक्रम केंद्रों में जागरूकता अभियान |
15. | मुख्य उद्देश्य | युवाओं को रोजगार एवं मार्गदर्शन प्रदान करना |
मेले में भागीदारी और विशेषताएँ
इस मेले में कुल 36 नियोजक (नियोक्ता) और 8 विभागीय स्टॉल लगाए जाएंगे। बिहार सरकार के नियोजन विभाग द्वारा आयोजित इस मेले का मुख्य उद्देश्य युवाओं को रोजगार से जोड़ना और उन्हें विभिन्न करियर विकल्पों की जानकारी देना है। मेले के उद्घाटन के अवसर पर श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह की उपस्थिति भी रहेगी।
मेले में उपलब्ध नौकरियाँ और भागीदारी
इस मेले में कुल 2000 से अधिक रिक्तियाँ विभिन्न कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की गई हैं, जिनमें कई मल्टीनेशनल और स्थानीय कंपनियाँ शामिल हैं। युवाओं को 10,000 से लेकर 35,000 रुपये तक की मासिक सैलरी दी जाएगी, जो उनकी योग्यता और अनुभव पर आधारित होगी। रोजगार मेले में लोकल कंपनियों को भी शामिल किया जाता है, ताकि वे युवा जो अपने घर के आसपास ही काम करना चाहते हैं, उन्हें भी काम मिल सके।
मेले के प्रचार-प्रसार के प्रयास
मेले की जानकारी को अधिक से अधिक युवाओं तक पहुँचाने के लिए जिला कौशल प्रबंधकों को कुशल युवा कार्यक्रम केन्द्रों में सक्रिय रूप से प्रचार करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, नियोजन पदाधिकारियों को विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में जाकर मेले की जानकारी देने की जिम्मेदारी भी दी गई है।
रोजगार मेलों के अब तक के सफल परिणाम
बिहार में रोजगार मेलों का आयोजन पिछले पांच वर्षों से नियमित रूप से किया जा रहा है। इन मेलों के माध्यम से अब तक 3000 से अधिक युवाओं को नौकरी मिल चुकी है। विशेष रूप से पिछले वर्ष (2023) में रिकॉर्ड 1268 युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया। वर्ष 2018-19 में 455 युवाओं को, 2019-20 में 480 युवाओं को, और 2022 में 455 युवाओं को रोजगार मिला।
रोजगार मेलों का प्रभाव और भविष्य की संभावना
रोजगार मेले में युवाओं को उनके कौशल और अनुभव के अनुसार उपयुक्त नौकरियाँ दी जाती हैं, जिससे उनके करियर की शुरुआत होती है। इसके साथ ही, इस प्रकार के आयोजनों के प्रति युवाओं में बढ़ती रुचि देखने को मिल रही है। रोजगार मेलों में मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ-साथ लोकल कंपनियों की भागीदारी भी इस बात को सिद्ध करती है कि राज्य सरकार स्थानीय रोजगार सृजन में भी विशेष योगदान दे रही है।
इस प्रकार, बिहार सरकार का यह कदम न केवल युवाओं के लिए रोजगार के दरवाजे खोल रहा है, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास में भी सहायक सिद्ध हो रहा है।
Also read-
NEET PG Counselling 2024: आवेदन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण तिथियाँ
JEE Advanced 2025: नई पात्रता नियमों से आईआईटी के छात्रों को बड़ी राहत
नियोजन मेला कब और कहाँ आयोजित होगा?
22 और 23 नवंबर को नेहरू स्टेडियम, लहेरियासराय, दरभंगा में।
मेले में कौन-कौन भाग ले सकते हैं?
सभी कम पढ़े-लिखे और अल्प-कुशल युवा।
मेले में कितनी नौकरियाँ उपलब्ध होंगी?
लगभग 2000 रिक्तियाँ।